नीट के लिए 12वीं में न्यूनतम प्रतिशत: नीट (NEET) यानी नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट, भारत में मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा है। इस परीक्षा में बैठने के लिए छात्रों को कुछ विशेष योग्यताओं को पूरा करना होता है, जिनमें से एक है 12वीं कक्षा में प्राप्त न्यूनतम प्रतिशत। इस लेख में हम नीट के लिए 12वीं कक्षा में न्यूनतम प्रतिशत की आवश्यकताओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
नीट परीक्षा का महत्व
नीट परीक्षा का आयोजन हर साल नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा किया जाता है। यह परीक्षा MBBS, BDS और अन्य मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए अनिवार्य है। लाखों छात्र इस परीक्षा में भाग लेते हैं, इसलिए यह आवश्यक है कि उम्मीदवारों को अपनी शैक्षणिक योग्यता और न्यूनतम प्रतिशत की जानकारी हो।
12वीं कक्षा में न्यूनतम प्रतिशत
नीट परीक्षा के लिए 12वीं कक्षा में प्राप्त न्यूनतम प्रतिशत विभिन्न श्रेणियों के अनुसार भिन्न होता है:
- सामान्य श्रेणी (General Category): उम्मीदवारों को भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान/बायोटेक्नोलॉजी और अंग्रेजी विषयों में कम से कम 50% अंक प्राप्त करने होंगे।
- ओबीसी/एससी/एसटी (OBC/SC/ST): इन श्रेणियों के उम्मीदवारों को कम से कम 40% अंक प्राप्त करने होंगे।
- पीडब्ल्यूडी (PWD): सामान्य श्रेणी के पीडब्ल्यूडी उम्मीदवारों को 45% अंक की आवश्यकता होती है।
यह न्यूनतम प्रतिशत सुनिश्चित करता है कि छात्र नीट परीक्षा की कठिनाइयों का सामना करने के लिए पर्याप्त रूप से तैयार हैं।
योग्यता मानदंड
नीट परीक्षा में बैठने के लिए निम्नलिखित योग्यता मानदंड भी आवश्यक हैं:
- शैक्षणिक योग्यता: उम्मीदवार को मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 या समकक्ष परीक्षा भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान/बायोटेक्नोलॉजी और अंग्रेजी विषयों के साथ पास करना होगा।
- आयु सीमा: उम्मीदवार की आयु 31 दिसंबर 2025 तक कम से कम 17 वर्ष होनी चाहिए।
- परीक्षा प्रयास: नीट परीक्षा के लिए प्रयासों की कोई सीमा नहीं है।
तैयारी कैसे करें
नीट परीक्षा की तैयारी करते समय निम्नलिखित बिंदुओं का ध्यान रखें:
- सिलेबस का अध्ययन: नीट का सिलेबस 12वीं कक्षा के पाठ्यक्रम पर आधारित होता है। भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान पर ध्यान केंद्रित करें।
- मॉक टेस्ट: नियमित रूप से मॉक टेस्ट लें ताकि आप अपनी तैयारी का आकलन कर सकें।
- समय प्रबंधन: समय का सही प्रबंधन करें ताकि सभी विषयों पर समान ध्यान दिया जा सके।
- स्वास्थ्य का ध्यान रखें: मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखना भी महत्वपूर्ण है।
निष्कर्ष
How Much Marks Required For Neet? नीट परीक्षा में सफलता पाने के लिए 12वीं कक्षा में न्यूनतम प्रतिशत हासिल करना आवश्यक है। छात्रों को अपने शैक्षणिक प्रदर्शन पर ध्यान देना चाहिए और आवश्यकतानुसार तैयारी करनी चाहिए। सही रणनीति और मेहनत से कोई भी छात्र नीट परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकता है। इस लेख में दी गई जानकारी आपके नीट की तैयारी में सहायक सिद्ध होगी। यदि आपके पास कोई प्रश्न हैं, तो कृपया नीचे टिप्पणी करें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या नीट 2025 कठिन होगी?
NEET UG परीक्षा 4 मई 2025 को आयोजित होने की संभावना है। NTA i.e. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी एनईईटी यूजी परीक्षा में बड़े बदलाव लाने की तैयारी कर रही है। एनईईटी को देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में शामिल किया गया है।
नीट में कितने नंबर पर सिलेक्शन होता है?
एक प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज में भाग लेने के लिए, अनारक्षित उम्मीदवारों को कम से कम 400 अंक प्राप्त करने होंगे। सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए, नीट बीडीएस के लिए न्यूनतम कटऑफ 50 प्रतिशत होगी, जबकि ओबीसी, एससी और एसटी उम्मीदवारों के लिए यह 40 प्रतिशत होगी।
नीट के लिए कौन सी पढ़ाई करनी पड़ती है?
एनईईटी परीक्षा के लिए पात्र होने के लिए आपको पीसीबी और अंग्रेजी विषय के साथ अपनी 11वीं और 12वीं की नियमित कक्षा पूरी करनी होगी।
भारत में नीट में बीडीएस के लिए कौन सी रैंक चाहिए?
भारत के शीर्ष डेंटल कॉलेजों में बीडीएस सीट हासिल करने के लिए आमतौर पर कम से कम 450 अंकों की आवश्यकता होती है। नीट 2024 के लिए, सामान्य श्रेणी के लिए बीडीएस कट ऑफ 50वां प्रतिशत है और स्कोर 720 से 164 तक है।
नीट के लिए अधिकतम आयु कितनी होनी चाहिए?
इसके तहत कहा गया है कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए उम्मीदवार की न्यूनतम आयु i.e. एनईईटी 17 वर्ष और अधिकतम 25 वर्ष की नहीं होनी चाहिए। इतना ही नहीं अब छात्र इस परीक्षा को केवल तीन बार ही दे पाएंगे।
नीट की तैयारी के लिए कौन सी बुक पढ़ें?
विशेषज्ञों और टॉपर्स के अनुसार, कक्षा 11वीं और 12वीं की एनसीईआरटी की किताबें नीट की तैयारी के लिए फायदेमंद हैं। छात्र और शिक्षक एन. सी. ई. आर. टी. की पुस्तकों को चिकित्सा परीक्षा की तैयारी के लिए सबसे अच्छी पुस्तक मानते हैं
BDS के लिए नीट में कितने अंक चाहिए?
नीट 2024 कटऑफ बीडीएस के लिए सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए 720-164 और आरक्षित श्रेणी के छात्रों के लिए 163-129 है। सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए कटऑफ प्रतिशत 50वीं और आरक्षित श्रेणी के छात्रों के लिए 40वीं है।
नीट में कितने परसेंट चाहिए?
ओबीसी उम्मीदवारों को सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाने के लिए 575 से अधिक अंक प्राप्त करने होंगे। एससी श्रेणी के उम्मीदवारों के पास बेहतर मौका होगा यदि वे 480 से अधिक अंक प्राप्त करते हैं। एसटी उम्मीदवारों को सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाने के लिए 475 से अधिक अंक प्राप्त करने होंगे।
नीट में पर्सेंटाइल क्या है?
राष्ट्रीय परीक्षा संस्थान सभी मेडिकल उम्मीदवारों के लिए एनईईटी क्वालीफाइंग कटऑफ 2024 जारी करता है। नीट कटऑफ सामान्य श्रेणी के लिए 50वां प्रतिशत और एससी/एसटी/ओबीसी के लिए 40वां प्रतिशत है।
नीट के लिए कौन से विषय चाहिए?
छात्रों के लिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि एनईईटी पेपर में किन विषयों के प्रश्न पूछे जाते हैं? मोटे तौर पर, एनईईटी में तीन विषयों-भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान का अध्ययन किया जाना है। जीव विज्ञान को दो भागों में विभाजित किया गया है, वनस्पति विज्ञान और प्राणी विज्ञान। इस तरह, एनईईटी पेपर में 4 सेक्शन होते हैं।
भारत में NEET 2024 में कितने छात्रों को 720 मिले?
नीट 2024 में कुल 17 छात्रों ने 720 अंक हासिल किए हैं। इससे पहले, 67 छात्रों ने नीट परीक्षा 2024 में 720 में से 720 अंक प्राप्त किए थे, लेकिन अब संशोधित नीट 2024 परिणाम घोषित होने के बाद यह संख्या कम हो गई है। नीट 2024 के 17 टॉपर्स ने 99.9971285 के परसेंटाइल स्कोर के साथ 720 अंक हासिल किए हैं।
नीट में 40 पर्सेंटाइल का मतलब क्या होता है?
NEET में 40 प्रतिशत का मतलब है कि आपने परीक्षा में उपस्थित होने वाले सभी उम्मीदवारों के 40% से बेहतर अंक प्राप्त किए हैं। यह सापेक्ष प्रदर्शन का एक माप है, न कि वास्तविक अंकों का।
भारत में सरकारी कॉलेज पाने के लिए नीट के लिए कितने अंक चाहिए?
प्रश्नः सरकारी कॉलेज में एमबीबीएस के लिए नीट में कितने अंक आवश्यक हैं? उत्तरः अनारक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को नीट को स्वीकार करने वाले सरकारी कॉलेज में एमबीबीएस में प्रवेश पाने के लिए कम से कम 700 और उससे अधिक अंक प्राप्त करने चाहिए। आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को 100 या उससे अधिक अंक प्राप्त करने होंगे।
नीट में पर्सेंटाइल को मार्क्स में कैसे बदलें?
आपका एन. ई. ई. टी. प्रतिशत उन उम्मीदवारों का प्रतिशत दर्शाता है जिन्होंने आपसे कम अंक प्राप्त किए हैं। प्रतिशत को अंकों में बदलने के लिए, आपको उस वर्ष एनईईटी टॉपर द्वारा प्राप्त अंकों को जानना होगा। इस सूत्र का उपयोग करेंः एनईईटी अंक = (आपका एनईईटी प्रतिशत/100) x एनईईटी टॉपर के अंक।
भारत में नीट में बीडीएस के लिए कौन सी रैंक चाहिए?
भारत के शीर्ष डेंटल कॉलेजों में बीडीएस सीट हासिल करने के लिए आमतौर पर कम से कम 450 अंकों की आवश्यकता होती है। नीट 2024 के लिए, सामान्य श्रेणी के लिए बीडीएस कट ऑफ 50वां प्रतिशत है और स्कोर 720 से 164 तक है।
नीट के लिए कितना परसेंटेज चाहिए?
ओबीसी उम्मीदवारों को सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाने के लिए 575 से अधिक अंक प्राप्त करने होंगे। एससी श्रेणी के उम्मीदवारों के पास बेहतर मौका होगा यदि वे 480 से अधिक अंक प्राप्त करते हैं। एसटी उम्मीदवारों को सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाने के लिए 475 से अधिक अंक प्राप्त करने होंगे।
नीट क्लियर करने के लिए कितने मार्क्स चाहिए?
इस साल 67 छात्रों ने नीट परीक्षा में 720 में से 720 अंक हासिल किए हैं। तो इस बार पासिंग मार्क्स 720-164 है। इस वर्ष नीट परीक्षा में 23 लाख 33 हजार 297 उम्मीदवार उपस्थित हुए थे, जिनमें से 13 लाख 16 हजार 268 को योग्य घोषित किया गया था।