विश्व वन्यजीव दिवस, जिसे अंग्रेजी में “World Wildlife Day” कहा जाता है, हर साल 3 मार्च को मनाया जाता है। यह दिन दुनिया के वन्य जीवों और वनस्पतियों के संरक्षण और उनके महत्व के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है। संयुक्त राष्ट्र ने 20 दिसंबर 2013 को इस दिन को आधिकारिक रूप से मान्यता दी थी।

इतिहास

विश्व वन्यजीव दिवस की शुरुआत 20 दिसंबर 2013 को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा हुई, जब इसे अपने 68वें सत्र में घोषित किया गया। इस दिन को विशेष रूप से 3 मार्च 1973 को हुए “जंगली जीव और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन” (CITES) के अंगीकरण की याद में मनाया जाता है। थाईलैंड ने इस दिन को मनाने का प्रस्ताव रखा था, जिसका उद्देश्य विश्व के वन्य जीवों और वनस्पतियों के संरक्षण के लिए जागरूकता बढ़ाना था 

विश्व वन्यजीव दिवस का महत्व

वन्यजीव न केवल पारिस्थितिकी तंत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक और आर्थिक धरोहर का भी अभिन्न अंग हैं। यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि यदि हम अपनी जैव विविधता को संरक्षित नहीं करेंगे, तो इससे हमारा पर्यावरण असंतुलित हो सकता है। यह कई तरीकों से हमारे पर्यावरण के लिए लाभदायक है जैसे:

  • पर्यावरण संतुलन: जंगली जीवों और पौधों का संरक्षण पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।
  • बायोडायवर्सिटी: जैव विविधता का संरक्षण मानव जीवन के लिए आवश्यक है, क्योंकि यह खाद्य सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और स्वास्थ्य पर प्रभाव डालता है।
  • आर्थिक लाभ: वन्य जीवों का संरक्षण स्थायी विकास और मानव कल्याण में योगदान करता है। 

विश्व वन्यजीव दिवस उद्देश्‍य

इस दिन का मुख्य उद्देश्य वन्यजीवों के अवैध शिकार, उनके व्यापार और पर्यावरणीय चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करना है। विश्व वन्यजीव दिवस का मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित है:

  • जागरूकता बढ़ाना: यह दिन लोगों को वन्य जीवों और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों के बारे में जागरूक करता है।
  • संरक्षण: यह प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और जैव विविधता को बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर देता है।
  • साझा जिम्मेदारी: यह संगठनात्मक स्तर पर मिलकर काम करने की प्रेरणा देता है ताकि सभी मिलकर पृथ्वी के संरक्षण में योगदान कर सकें।

विषय-वस्तु / थीम 

हर साल इस दिवस के लिए एक विशेष थीम निर्धारित की जाती है। जिससे लोगों को जागरूक किया जा सके। ये थीम वन्यजीव संरक्षण, पर्यावरण संतुलन और सतत विकास से जुड़ी होती हैं। उदाहरण के लिए:

  • 2024: “लोगों और ग्रह को जोड़ना: वन्यजीव संरक्षण में डिजिटल नवाचार की खोज”
  • 2023: “वन्यजीव संरक्षण के लिए साझेदारी”
  • 2022: “पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली हेतु प्रमुख प्रजातियों की पुनर्बहाली”

वन्यजीव संरक्षण के उपाय

  • वनों और प्राकृतिक आवासों की रक्षा करें – अवैध कटाई और शहरीकरण से बचाव करें।
  • प्लास्टिक और प्रदूषण को कम करें – यह जल और थलीय जीवन को प्रभावित करता है।
  • स्थानीय समुदायों को जागरूक करें – वन्यजीवों के महत्व को समझाएं।
  • अवैध शिकार और व्यापार को रोकें – इसके लिए कानूनों को सख्ती से लागू करें।
  • वन्यजीव संरक्षण संगठनों का समर्थन करें – दान, स्वयंसेवा और जागरूकता अभियानों में भाग लें।

निष्कर्ष

विश्व वन्यजीव दिवस हमें प्रकृति की सुंदरता और उसकी रक्षा के प्रति हमारी जिम्मेदारी की याद दिलाता है। अगर हम मिलकर प्रयास करें, तो हम अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक संतुलित और समृद्ध पारिस्थितिकी तंत्र छोड़ सकते हैं। आइए, इस दिन को सिर्फ मनाने तक सीमित न रखें, बल्कि वन्यजीवों की रक्षा के लिए ठोस कदम भी उठाएं।

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