ग्रामोदय से भारत उदय अभियान वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पंचायती राज संस्थाओं में विकास और जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए शुरू किया गया एक केंद्र सरकार का कार्यक्रम है। यह अभियान 14 अप्रैल 2016 को समाज सुधारक डॉ. बी.आर. अंबेडकर की स्मृति में शुरू किया गया था, जिन्होंने पंचायती राज के विकास और वंचित वर्ग के समान अधिकारों के लिए प्रयास किया था। इसे ग्राम स्वशासन अभियान के नाम से भी जाना जाता है। भारत एक ऐसा राष्ट्र है जिसकी लगभग 70% आबादी गांवों में रहती है।
ग्रामोदय से भारत उदय अभियान का विवरण
- यह 11 दिवसीय अभियान 14 अप्रैल 2016 को डॉ. बी.आर. अंबेडकर की 125वीं जयंती के अवसर पर शुरू हुआ और 24 अप्रैल 2016 को पंचायती राज दिवस पर समाप्त हुआ।
- इस अभियान में पंचायती राज संस्थाएँ और राज्य सरकारें मिलकर गाँवों के विकास के लिए काम करती हैं।
- इस कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य सरकार और केंद्र सरकार के बीच एकता और सद्भाव को मजबूत करना है।
- डॉ. बी.आर. अंबेडकर अंबेडकर की 125वीं जयंती के अवसर पर महू गांव में आयोजित एक जनसभा में इस अभियान की घोषणा की गई और इसे सामाजिक समरसता कार्यक्रम नाम दिया गया।
- इस अभियान का उद्देश्य अंबेडकर की विचारधारा को याद करना और गांवों को समानता, सम्मान और उच्च सामाजिक प्राथमिकता प्रदान करना है।
अभियान की आवश्यकता
- भारत को गांव-प्रधान राष्ट्र के रूप में जाना जाता है, क्योंकि लगभग 70% आबादी गांवों में रहती है।
- गांवों के विकास और सामाजिक स्थिति को बढ़ावा देने के लिए सरकारी योजनाओं को लागू करना आवश्यक है।
- भारत के संविधान में गांवों के विकास के लिए राज्य नीति के निर्देशक सिद्धांतों का प्रावधान है।
- गांधीजी ने कहा था कि गांव राष्ट्र की रीढ़ हैं, अगर गांव नष्ट हो गए तो राष्ट्र भी नष्ट हो जाएगा।
ग्रामोदय से भारत उदय अभियान के उद्देश्य
- गांवों में सामाजिक समरसता का निर्माण और लोगों को जागरूक करना।
- पंचायती राज संस्थाओं में सुधार करना और स्वच्छता, पेयजल और बिजली की सुविधाएं प्रदान करना।
- ग्रामीण विकास को बढ़ावा देना।
- समाज के निचले/कमजोर वर्गों की स्थिति में सुधार करना। ग्राम सभाओं और कृषि योजनाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाना। गांव और ग्रामीण विकास में महिलाओं की भूमिका को सशक्त बनाना।
ग्रामोदय से भारत उदय अभियान की विशेषताएं
- इस योजना को केंद्र, राज्य और पंचायती राज के सहयोग से विभिन्न स्तरों पर समन्वित किया जाएगा।
- पंचायती राज मंत्रालय और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के नेतृत्व में सामाजिक सद्भावना कार्यक्रम के तहत 14-16 अप्रैल तक ग्राम सभाओं का आयोजन किया जाएगा।
- ग्राम सभा के तहत ग्राम किसान सभाओं का भी आयोजन किया जाएगा।
अभियान के लाभ
- इससे कृषि उत्पादकता और खेती के तरीकों में सुधार होगा।
- गांवों के विकास के लिए पंचायती राज संस्थाओं की स्थापना की जाएगी।
- ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन स्तर में सुधार किया जाएगा।
- युवाओं को उचित मार्गदर्शन दिया जाएगा ताकि वे सामाजिक-आर्थिक सीढ़ी पर चढ़ सकें।
ग्रामोदय से भारत उदय अभियान का कार्यान्वयन
- यह अभियान केंद्रीय ग्रामीण विकास, सामाजिक न्याय, कृषि, श्रम और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालयों और राज्य सरकारों द्वारा संयुक्त रूप से चलाया जाएगा।
- 14 अप्रैल से 16 अप्रैल 2016 तक सभी ग्राम पंचायतों में ‘सामाजिक समरसता कार्यक्रम’ आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम के माध्यम से सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने के लिए सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।
- 17 अप्रैल से 20 अप्रैल 2016 तक ‘ग्राम किसान सभा’ आयोजित की जाएगी। इन बैठकों में किसानों को बागवानी से संबंधित योजनाओं की जानकारी दी जाएगी तथा खेती में सुधार के लिए उनके सुझाव मांगे जाएंगे।
- 21 से 24 अप्रैल 2016 तक पूरे देश में ग्राम सभा बैठकें आयोजित की जाएंगी। इन दिनों में गांवों में प्रभात फेरी, सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा खेल कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
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