द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, 1942 में सर स्टैफोर्ड क्रिप्स को भारत भेजा गया था। यह मिशन, जिसे क्रिप्स मिशन के नाम से जाना जाता है, का उद्देश्य भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को ब्रिटिश युद्ध प्रयासों में समर्थन देने के लिए राजी करना और भारत को डोमिनियन का दर्जा देना था।

उद्देश्य

  • द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान के बढ़ते खतरे को देखते हुए भारत का समर्थन प्राप्त करना ब्रिटेन के लिए महत्वपूर्ण था।
  • क्रिप्स मिशन का लक्ष्य भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को युद्ध के प्रयासों में शामिल होने के लिए राजी करना और उन्हें ब्रिटिश सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए राजी करना था।
  • मिशन का एक अन्य उद्देश्य भारत को युद्ध के बाद डोमिनियन का दर्जा देना था, जो कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के समान स्वशासित राष्ट्र का दर्जा है।

क्रिप्स मिशन का इतिहास

  • मार्च 1942 में, सर स्टैफोर्ड क्रिप्स को भारत भेजा गया था। उन्होंने कांग्रेस नेताओं, मुस्लिम लीग के नेताओं और अन्य भारतीय नेताओं से मुलाकात की।
  • क्रिप्स ने भारत को डोमिनियन का दर्जा देने का प्रस्ताव रखा, लेकिन इसमें कुछ रक्षा और विदेश मामलों से संबंधित सुरक्षा उपाय शामिल थे।
  • भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया, यह महसूस करते हुए कि यह अपर्याप्त स्वशासन प्रदान करता है और ब्रिटिश सरकार को बहुत अधिक शक्ति प्रदान करता है।
  • मुस्लिम लीग भी प्रस्ताव से संतुष्ट नहीं थी, क्योंकि यह एक संयुक्त केंद्र सरकार की परिकल्पना करता था, जिसका उन्होंने विरोध किया था।

विफलता के कारण

क्रिप्स मिशन कई कारणों से विफल रहा, जो निम्न्वत हैं:

  • प्रस्तावित डोमिनियन का दर्जा अपर्याप्त स्वशासन प्रदान करता प्रतीत हुआ।
  • ब्रिटिश सरकार युद्ध के बाद के संविधान निर्माण में भारतीयों को कितनी भूमिका देगी, इस बारे में स्पष्ट नहीं थी।
  • मुस्लिम लीग को संयुक्त केंद्र सरकार का प्रस्ताव पसंद नहीं आया।
  • उस समय कांग्रेस और मुस्लिम लीग के बीच बढ़ते हुए सांप्रदायिक तनाव ने भी मिशन की सफलता में बाधा उत्पन्न की।

निष्कर्ष

क्रिप्स मिशन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण मोड़ था। इसने ब्रिटिश सरकार को यह स्पष्ट कर दिया कि भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को अब नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। हालाँकि मिशन विफल रहा, इसने भारत को डोमिनियन का दर्जा देने के विचार को सामने ला दिया, जो अंततः 1947 में स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद हासिल हुआ।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न: क्रिप्स मिशन के अध्यक्ष कौन थे?
उत्तर: सर स्टैफ़ोर्ड क्रिप्स।

प्रश्न: क्रिप्स मिशन को किसने स्वीकार किया?
|उत्तर: ब्रिटिश कैबिनेट।

प्रश्न: क्रिप्स मिशन के समय भारत का गवर्नर जनरल कौन था?
उत्तर: लॉर्ड लिनलिथगो।

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